
बदलाव की कोशिश है जारी...
देर रात तक करवटें बदलता है अनशन पर बैठा उत्साही बूढ़ा थकी हुई है निर्बल क…
ओम जय वृक्ष देवा, स्वामी जय वृक्ष देवा मधुर मधुर फल दाता, शीतल छांव दाता ओम जय वृक्ष देवा... तुम धरती के रक्षक, तुम प्राण वायु दाता स्वस्थ सुखी हो स…
Read moreकाव्यांजलि.... पर्यावरण सुधारें विश्वम्भर मोदी पंचतत्त्व से बना हुआ है सबका यह जीवन पानी, पावक, संग समीर के धरती और गगन मानव, पशु पक्षी, तरु, झाड़ी …
Read moreअब होली आई होली आई - कर्नल कौशल मिश्र - ढप चंग ढोल सब बजने लगे, अब होली आई होली आई। गांवों से लेकर शहरों तक, सतरंगी रंगों की बहार आई। मद मस्त ह…
Read moreप्रेम-रंग से रंग दो अशोक आनन वसन मन के कोरे हैं - प्रेम-रंग से रंग दो। कोरी रंग से रहे न- रंग जाए मन-फरिया। रंग घुल -घुल बहने लगे - मन में सतरंगी द…
Read moreहैलो, आज हम आपके लिए लेकर आए हैं एक बहुत ही खूबसूरत कविता सहयात्री। जिसको वीरेंद्र नारायण झा ने लिखा है। इन्होंने कविता के मध्यम से किसी भी प्रकार की…
Read moreबेटा : पापा एक बात बोलू? पापा : हां, बोलो। बेटा : फेसबुक पर मेरे 15 फेक आईडी है। पापा : हरामखोर तू मुझे क्यों बता रहा है। बेटा : आप जिस रिया क…
Read moreपति ने ऑफिस में बैठे बैठे फेसबुक पर पोस्ट किया... 'पंछी बनू उड़ता फिरूं मस्त गगन में... तभी पत्नी का कमेंट आया... 'धरती छूते ही सब्जी ले …
Read moreऔर श्रीमती जी नाराज हो गईं श्रीमती जी ने पूछा: इस बार एनिवर्सरी पर क्या गिफ्ट दे रहे हो? मैंने पूछा: क्या एनिवर्सरी इसी महीने है? और श्रीमती जी नाराज…
Read moreदुनिया की बिसात पर प्रेम अतुल चतुर्वेदी कौन कहता है दुनिया की बिसात पर जीता है प्रेम उसे तो हमेशा घृणा के प्यादों ने षड्यंत्र के घोड़ों ने चतुर ढाई…
Read moreदेर रात तक करवटें बदलता है अनशन पर बैठा उत्साही बूढ़ा थकी हुई है निर्बल क…
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