हैलो फ्रेंड्स, आज आपके लिए लेकर आए है दोस्ती को लेकर शानदार कविताएं, जो आपको पसंद आएगी
एक दोस्त ऐसा हुआ करे...
जो सिर्फ मेरा हुआ करे...
मैं रोऊँ तो हंसाया करें...
मैं रूठ जाऊं तो मनाया करें...
बहला कर नित नए मश्गलों में
वो नाज मेरे उठाया करें...
वो भूल जाए नाम मेरा
मुझे फर्जी नामों से बुलाया करें...
मेरी हर खुशी में शामिल हो
मेरी शरारत पर मुस्कुराया करें...
उसे कमी महसूस हो मेरी
मुझे वो भी याद आया करें...
उदासी पर मुझे हंसा कर
आंखों से नमी चुराया करें...
मेरी अक्सर नादानियों पे वो
मुझे अधिकार से डराया करें...
इक दोस्त ऐसा हुआ करें...
जो सिर्फ मेरा हुआ करें...
Ek Dost aisa hua kare...
Jo sirf mera hua kare...
Mein rou to hansaya kare...
Mein rooth jau to manaya kare...
Bahla kar neet naye mashgalo mein
Vo naaz mere uthaya kare...
Vo bhool jaye naam mera
Mujhe farji naam se bulaya kare...
Meri har khushi mein shamil ho...
Meri har shararat par muskuraya kare...
Usse kami mahasoos ho meri
Mujhe vo bhi yaad aaya kare...
Udasi par mujhe hansa kar
Aankhon ki nami churaya kare...
Meri aksar nadaaniyon pe vo
Mujhe adhikaar se daraya kare...
Ek Dost aisa hua kare...
Jo sirf mera hua kare...
मैंने एक दोस्त को फोन किया और कहा यह मेरा नया नम्बर है, सेव कर लेना
उसने बहुत अच्छा जवाब दिया और मेरी आंखों से आंसू निकल आए
उसने कहा तेरी आवाज मैंने सेव कर रखी है
नम्बर तुम चाहे कितने भी बदल लो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि मैं तुझे तेरी आवाज से ही पहचान लूंगा यह सुनकर मुझे हरिवंश राय बच्चन जी की बहुत ही सुंदर कविता याद आ गई...
हरिवंशराय बच्चन जी की सुन्दर कविता
अगर बिकी तेरी दोस्ती...
तो पहले खरीददार हम होंगे...
तुझे खबर न होगी तेरी कीमत की...
पर तुझे पाकर सबसे अमीर हम होंगे...
दोस्त साथ हो तो रोने में भी शान है...
दोस्त ना हो तो महफिल भी श्मशान है...
सारा खेल दोस्ती का है मेरे दोस्त...
वरना जनाजा और बारात एक ही समान है...
सभी दोस्तों को समर्पित
Agar biki teri dosti
To pahle khariddar hum honge
Tujhe khabar na hogi teri keemat ki
Par tujhe paakar sabse amir hum honge
Dost sath ho to rone mein bhi shaan hai
Dost na ho to mehfil bhi shmashan hai
Saara khel Dosti ka hai mere Dost
Varna janaja aur baaraat ek hi samaan hai
Sabhi Doston ko samarpit
Friends Forever
If sold your friendship
Then we will first buyers
You don't have ideas of your value
But we will richer to found you
Pride in weeping with friends
Gathering (mehfil) is Crematorium without friends
My friends all game of friendship
Otherwise funeral and marriage procession are equal
For All Friends
Friends Forever
दोस्ती...
एक ऐसा साथ...
जो किसी बंधन का नहीं मोहताज...
हर दायरे से बाहर...
जाति, धर्म, देश, संस्कृति...
किसी बात से इसे नहीं सरोकार...
मुश्किलों में साथ...
गम में राहत...
बस अपनेपन के जज्बात...
खुशियां बिखेरती इसकी हर बात...
इसमें ही तो है क्षमता...
अनजान को भी जान बनाने की...
सादा सा इसका नियम...
हंसी में साथ...
तो गम में भी बढ़ाए हाथ...
निश्छल प्रेम है... इसकी पहचान...
हर स्वार्थ से परे...
दोस्तों पर हर पल कुर्बान...
Dosti...
Ek aisa sath...
Jo kisi bandhan ka nahin mohtaj
Har dayare se baahar
Jaati, dharm, desh, sanskriti,
Kisi baat se isse nahin sarokar...
Mushkilon mein sath,
Gum mein rahat
Bas apnepan ke jajbat
Khushiyan bikherati iski har baat
Ismein hi to hai kshamta
Anjan ko bhi jaan banane ki
Saada sa iska niyam
Hansi mein sath
To gum mein badhaye hath
Nishchhal prem hai iski pahchan
Har swarth se pare
Doaton par har pal kurban
Friendship...
such as together
who not bound any boundation
outside of every bonds...
caste, religion, country, culture...
no concern from any other things
together in problems... relief in pain...
Just feeling of belongingness
spreads happiness his every talks
its have potential
to make know to unknown person
Its have simple rules
together in pleasure
and to raise hand in pain
pure love... its identity...
out from any selfishness
sacrifice every time on friends
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