हैलो दोस्तों, आज हम आपके लिए लेकर आए हैं होली स्पेशल, इस पोस्ट पढ़ेंगे होली के दोहे, जो आपको काफी पसंद आएंगे। आप सभी को हमारी ओर से होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं...
कवि री सीख
@विवेकानंद शर्मा
@विवेकानंद शर्मा
होली के दोहे
होली में इस वर्ष ही, करें नया प्रयोग।
अग्नि संग अर्पित करें, कोरोना का भोग।।
फागुन में रंगत चढ़ी, सबके मन उल्लास।
मन मयूर नर्तन करें, उत्सव है ये खास।।
हाथों रंग गुलाल ले, होठों पर उमंग।
रसिया गलियन घूमते, बजा रहे हैं चंग।।
जाति बंधन छोड़ कर, मस्ती में सब एक।
सामाजिक सद्भाव की, पहल बहुत है नेक।।
कुंडलिनी
होली में मन खोल कर, सबसे नेह बढ़ाय।
स्वयं सिद्ध आनंद बन, दुख को दूर भगाय।
दुख को दूर भगाय, तोड़ दो तन की कारा।
दुनिया हो एक गांव, विश्व परिवार हमारा।
कह विवेक कविराय, दुखे क्यों कोई भी तन।
कर्म करें ऐसे, हर्षित हों होली में मन।।
जोक्स
रामगढ़ की तरफ कौन जा रहा है...
जाए तो गब्बर को बता देना...
होली 28 मार्च को है...
भैया ये तो होली खेलने के
बाद ही पता चलता है...
कितना भी फेशवास लगा लो...
रंग तो कपड़े धोने के साबुन से ही निकलेगा...
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