हर रविवार को होने वाली मौत का रहस्य
Secret of Death
एक हॉस्पिटल था जहां उसके आईसीयी में हर रविवार को एक निश्चित बेड़ पर मौत होती थी, और वह मौत भी ठीक 11 बजे होती थी। चाहे उस बेड़ पर किसी भी मरीज को रखा जाए। सभी मरीज उस पर ले जाने से डरने लगे थे।
इससे उस हॉस्पिटल के सभी मरीजों, डॉक्टर्स और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ था। इससे परेशान कोई भी मरीज उस बेड़ पर नहीं जाना चाहता था। यह उस हॉस्पिटल में एक रहस्य बना हुआ था। जिसको लेकर सारा हॉस्पिटल स्टाफ परेशान हो गया था। आखिर यह मौते क्यों हो रही हैं? इसकी वजह क्या है?
जिसका किसी कोई पता नहीं था। इसको लेकर हॉस्पिटल प्रशासन ने सभी बड़े डॉक्टर्स एक कमेटी गठित की गई। जिसको हॉस्पिटल में हो रही मौतों की वजह पता करना था। इस कमेटी ने यह निर्णय लिया कि आने वाले रविवार को सभी मिलकर उस बेड़ के पास ही रहेंगे जिस पर यह मौत हो रही है।
आखिर वह दिन भी आ गया। सभी डॉक्टर्स रविवार को उसी बेड़ के पास चारों तरफ खड़े हो गए। अब सभी डॉक्टर्स की नजर दीवार पर लगी घड़ी पर थी, जो कि टीक, टीक... करके चल रही थी, जैसे जैसे समय पास आता जा रहा था सभी की धड़कने और तेज हो रही थी।
आखिर अब वह समय भी पास आ गया। घड़ी में 11 बजने वाले थे। सभी की धड़कने और तेज हो गई। सभी की नजर एकटक घड़ी पर बनी हुई थी। अब घड़ी में ठीक 11 बजे चुके थे। तभी आईसीयू का गेट बजा। सभी डॉक्टर के पसीने छूटने लग गए।
तभी गेट के अन्दर एक सफेद कपड़े पहले महिला की एंट्री हुई। सभी की सांसे ऊपर की ऊपर और नीचे की नीचे रह रही थी। अब तो मानो सभी की सांसे रूक ही गई थी। सभी पसीने से नहा चुके थे। वह महिला उस बेड़ के पास आती है तो सभी एकदम से मानो रूक ही जाती है।
तभी वह बेड़ के नीचे से ऑक्सीजन की वायर हटाकर उसकी जगह अपने फोन का चार्जर लगा देती है। जो कि उस हॉस्पिटल की अस्थाई सफाई कर्मचारी है, जो हर रविवार को 11 बजे आकर वहां साफ-सफाई करती है।
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