लाजवाब

Header Ads Widget

Ticker

6/recent/ticker-posts

लाजवाब




Hansi Joke, Hansi Jokes, poem,hindi poem,hindi poems,poems,helina poem,poetry,love poem,kids poem,urdu poem,poets,motans poem,urdu poems,cartoon poem,sparrow poem,amharic poem,taproot - poem,muflisi poem,funny poems,baccho ki poem,poems on moon,christian poem,bismillah poem,islamic poems,nursery rhymes,levin cover poem,irina rimes poem,romantic poems,bachon ki poems,thank you poems,emma lazarus poem,meron getnet poem,mother's day poem


लाजवाब


देखी हैं ऐसी शोखियां उसके शबाब में
सारे जवाब मिल गए उस लाजवाब में

देखे चमन में फूल कई बू-ओ-रंग के
सब जैसे आ के मिल गए इक गुलाब में

कुदरत खुदा की देखिए, क्या क्या बना दिया
सारे हिसाब मिल गए उस बेहिसाब में

‘निर्झर’ वो रूप अनूप है और प्यार बेशुमार
फिर क्यों न मस्त हो कोई उसकी शराब में


Hansi Joke, Hansi Jokes, jokes,dad jokes,funny jokes,corny jokes,best jokes,make jokes,comedy,jokes for kids,gujarati jokes,joke,sex jokes,top jokes,bad jokes,urdu jokes,dads jokes,jokes 2016,topa jokes,funny videos,silly jokes,jokes video,hindi jokes,dirty jokes,clean jokes,gujju jokes,jokes de papa,racial jokes,racist jokes,yo mama jokes,jokes images,chilli jokes,add dad jokes,new dad jokes,jokes in urdu,dad jokes add,jokes videos



रोग

रोग ऐसे भी गम-ए-यार से लग जाते हैं
दर से उठते है तो दीवार से लग जाते हैं

इश्क आगाज से हल्की सी खलिश रखता है
बाद में सैकड़ों आजार से लग जाते हैं

पहले पहले हवस इक-आध दुकां खोलती है
फिर तो बाजार के बाजार लग जाते हैं

बेबसी भी कभी कुर्बत का सबब बनती है
रो न पाएं तो गले यार से लग जाते हैं

कतरनें गम की जो गलियों में उड़ी फिरती हैं
घर में ले आओ तो अम्बार लग जाते हैं

दाग दामन के हों दिल के हों कि चहरे के ’फराज’
कुछ निशां उम्र की रफ्तार से लग जाते हैं


आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और अच्छी लगे तो अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर भी करें।









Post a Comment

0 Comments