मेरे रश्के क़मर...
तूने आलू मटर
इतना अच्छा पकाया
...मज़ा आ गया !
भूख भी मिट गई,
पेट भी भर गया,
मुझ को इतना खिलाया
...मज़ा आ गया !!
दाल में थी तरी...
चटनी भी थी हरी...
स्वाद एसा बढ़ाया
...मजा आ गया
मेरे रश्के क़मर
तूने आलू मटर
इतना अच्छा पकाया
...मज़ा आ गया !
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