एक बार एक अन्धा व्यक्ति मंदिर जाता है, तो
उस व्यक्ति को मंदिर आया देखकर
लोग हंसकर बोले की,
मंदिर में दर्शन के लिए आए तो हो
पर क्या भगवान् को देख पाओगे?
अंधे ने मुस्कुरा के कहा कि,
क्या फर्क पड़ता है, मेरा भगवान्
तो मुझे देख लेगा।
दृष्टि नहीं दृष्टिकोण सही होना चाहिए !!
इंसानियत इन्सान को
इंसान बना देती है,
लगन हर मुश्किल को
आसान बना देती है।
लोग यूं ही नहीं जाते
मंदिरों में पूजा करने
आस्था ही तो पत्थर को
भगवान् बना देती है।
*आप का दिन मंगलमय हो*
***सुप्रभात***
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