. *उनके लिए सवेरे नहीं होते...*
*जो जिन्दगी मे कुछ भी पाने की*
*उम्मीद छोड़ चुके है*
*उजाला तो उनका होता है*
*जो बार-बार हारने के बाद कुछ*
*पाने की उम्मीद रखे हैं...!*
*सुप्रभात...!!!
देर रात तक करवटें बदलता है अनशन पर बैठा उत्साही बूढ़ा थकी हुई है निर्बल क…
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