एक दोस्त अपने दूसरे दोस्त से मिलता है तो उसको कोरोना से बचने के उपाय पूछता है तो उसका दोस्त उसको कुछ इस पहाड़ा के अन्दाज में कोरोना से बचने के उपाय बताता है...
कोरोना का पहाड़ा
कोरोना एकम कोरोना
कोरोना दूना साबुन से हाथ धोना
कोरोना तिया ये मास्क मूंह पे लगा के खांस
कोरोना चौके आस, सफाई रखो अपना पास
कोरोना पंचे कोहर, घर से निकलो ना बाहर
कोरोना छक्के खबर बुरी, रखो एक मीटर की दूरी
कोरोना साते घीर, मत लगाओ भीड़
कोरोना आठे टाऊन, लगा है लॉक डाउन
कोरोना नवें मत पूछो क्यूं, पालन करें जनता कर्फ्यू
कोरोना दसे मिटेगा कष्ट, हम हो जाएंगे स्वस्थ
कोरोना से कोई भी कहीं भी डरे ना
के रास्ते पर कोई भी कहीं भी चले ना
सावधानियों से घर पर रहो
जनता कर्फ्यू का साथ तो दो
मेहनत डॉक्टरों की है यह जान ले
बचाए हम सब को वो जान से
सहारा सरकार भी देती रहे
हमारा काम उनका साथ तो दे
'हे! कोरोना'
ये कैसा कहर तूने है ढहाया कोरोना।
जीवन हमारा है डगमगाया कोरोना।
बंद हो गए कॉलेज, स्कूल और दफ्तर
चार दीवारी में हमें कैद कराया कोरोना।
डरने लगा अब तो इंसान ही इंसान से,
ये कैसा खौफ तूने है फैलाया कोरोना।
घुटता है दम लगाकर मास्क मुहं पर,
क्यूं ये जहर हवा में मिलाया कोरोना।
रहना होगा अब हमें, इससे जरा सावधान,
जल्दी कहेंगे, देखो कैसे भगाया कोरोना।
मगर किया है तूने एक काम कमाल का,
हैंडशेक छोड़, नमस्ते याद दिलाया कोरोना।
@तलविंद्र कुमार
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