जहां थे वही पर
मिट्टी के बर्तनों से स्टील और प्लास्टिक के बर्तनो तक
और फिर कैंसर के खौफ से दोबारा मिट्टी के बर्तनों तक आ जाना
अंगूठाछाप से दस्तखतों पर और फिर अंगूठाछाप पर आ जाना
फटे हुए सादा कपड़ो से साफ सुथरे और प्रेस किए कपड़ो पर
और फिर फेशन के नाम पर अपनी पैंटे फाड़ लेना
ज्यादा मशक्कत वाली जिंदगी से घबराकर पढ़ना-लिखना
और फिर ण्ड डठ करके आर्गनिक खेती पर पसीने बहाना
कुदरती से प्रोसेसफूड पर और
फिर बीमारियों से बचने के लिए दोबारा कुदरती खानों पर आ जाना
पुरानी और सादा चीजें इस्तेमाल ना करके ब्रांडेड पर
और फिर आखिरकार जी भर जाने पर पानी पर उतरना
बच्चों को इंफेक्शन से डराकर मिट्टी में खलने से रोकना
और फिर घर में बंद करके फिसड्डी बनाना
और होश आने पर दोबारा IMMUNITY बढ़ाने के नाम पर मिट्टी से खिलाना
गौशाला से डिस्को पब और शराब खाने तक
और फिर गौसेवा परिवार के माध्यम द्वारा गौशालाओं की ओर आना
इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि टेक्नोलॉजी ने जो तुम्हे दिया है
उससे बेहतर तो भगवान ने तुम्हे पहले से दे रखा था।
आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी, हमें कमेंट करके जरूर बताएं, और अच्छी लगे तो अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर जरूर करें।
0 Comments
Thank you to visit our blog. But...
Please do not left any spam link in the comment box.