***आज का मीठा मोती***
संसार में सुई बनकर रहे,
कैची बनकर नहीं
क्योंकि सुई 2 को 1 कर देती है
और कैची 1 को 2 कर देती है।
अर्थात :- सबको जोड़ो, तोड़ो नहीं।
क्योंकि
मित्रता एवं रिश्तेदारी
"सम्मान" की नहीं
"भाव" की भूखी होती है...
बशर्तें लगाव
"दिल" से होना चाहिए
"दिमाग" से नहीं...
***सुप्रभात***
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