पत्नी- जानू, क्या मैं तुम्हारे सपनों में आती हूँ?
पति- नहीं
पत्नी- क्यूँ?
पति- मैं "हनुमान चालीसा" पढ़ कर सोता हूँ।
" बहुत पिशाच निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे।"
देर रात तक करवटें बदलता है अनशन पर बैठा उत्साही बूढ़ा थकी हुई है निर्बल क…
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